गुजरात हाई कोर्ट गुरुवार य़ानि आज यह फिल्म देखने के बाद ही इस पर निर्णय करेगा। यशराज फिल्म्स गुजरात हाई कोर्ट को आज फिल्म का लिंक भेजेगा। वैष्णव समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाते हुए रिलीज को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। याचिकाकर्ता शैलेष पटवारी का कहना है कि इसके जरिए सनातन धर्म को बदनाम करने का प्रयास किया गया है। इसके चलते धार्मिक आस्था के आहत होने और समाज में हिंसा फैलने का डर है।
क्या है विवाद? ब्राह्मण समुदाय और वैष्णव संप्रदाय के लोगों ने धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने का लगाया आरोप। उन्होंने कहा, ‘ इसमें सनातन धर्म और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ जहर उगला गया है। फिल्म निर्माताओं को चेतावनी दी है कि अगर फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो देश भर में हिंसक आंदोलन किया जाएगा। विरोध कर रहे लोगों के मुताबिक फिल्म में सनातन धर्म, श्री वल्लभाचार्यजी और भगवान श्रीकृष्ण के खिलाफ कई दृश्य दिखाए गए हैं।
‘महाराज’ फिल्म 1862 केस पर आधारित जुनैद खान और जयदीप अहलावत अभिनीत फिल्म महाराज 1862 के महाराज मानहानि केस की सच्ची घटना से प्रेरित है। जिसे भारत की सबसे महत्वपूर्ण कानूनी लड़ाइयों में से एक माना जाता है। जुनैद खान पत्रकार और समाज सुधारक करसनदास मूलजी की भूमिका निभा रहे हैं। अहलावत वल्लभाचार्य संप्रदाय के प्रमुखों में से एक जदुनाथजी बृजरतनजी महाराज की भूमिका निभाते नजर आएंगे। यह मुकदमा धार्मिक नेता बृजरतनजी महाराज के कथित यौन दुराचार को उजागर करने के लिए वास्तविक जीवन के पत्रकार करसनदास मूलजी के बीच लड़ा गया था। इसे ‘महाराज लिबेल केस’ के नाम से जानते हैं।
फिल्म की रिलीज अटकी जुनैद खान की फिल्म ‘महाराज’ का पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर विरोध हो रहा। फिल्म ‘महाराज’ की रिलीज डेट 14 जून 2024 तय की गई थी लेकिन भारी विरोध के कारण यह अब तक रिलीज नहीं हो पाई है।
गुजरात उच्च न्यायालय का बड़ा फैसला हाई कोर्ट की न्यायाधीश संगीता विशेन की खंडपीठ लगातार दो दिन इस मामले में सुनवाई कर रही है। कल ढाई घंटे तक सुनवाई हुई। गुजरात उच्च न्यायालय ने बुधवार को चली सुनवाई के बाद नेटफ्लिक्स और यशराज फिल्म्स की ओर से पेश की गई दलील के बाद फिल्म देखने की ठानी है। यशराज फिल्म्स के प्रतिनिधी वरिष्ठ वकील शालिन मेहता और जल उनवाला ने न्यायमूर्ति संगीता विशेन से फिल्म देखने के बाद फैसला लेने की मांग की।
जिसके बाद कोर्ट ने पासवर्ड के साथ लाइव लिंक दिए जाने के आदेश दिए। न्यायालय परिसर में ही फिल्म देखने का निर्णय न्यायाधीश संगीता विशेन गुरुवार को न्यायालय परिसर में यह फिल्म देखेंगी। यशराज बैनर की ओर से इस फिल्म का लिंक कोर्ट को भेजा जाएगा।